सीबीआई में काम करने वाले एक असिस्टेंट प्रोग्रामर और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी सीबीआई में आने से पहले आईआरसीटीसी के साथ काम करता था. आरोप है कि सीबीआई के इस कारिंदे ने रेलवे टिकट बुक करने के लिए एक अवैध सॉफ्टवेयर बनाया था. पकड़े गए आरोपियों की पहचान अजय गर्ग उसके साथी अनिल गुप्ता के रूप में हुई है. अजय गर्ग सीबीआई में असिस्टेंट प्रोग्रामर के पद पर तैनात था. गर्ग को उसके साथी समेत सीबीआई ने ही गिरफ्तार किया है. आरोप है कि अजय गर्ग ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर डेवलप किया था,केकर्मचारीनेIRCTCकेनेटवर्कमेंलगाईसेंधअवैधसॉफ्टवेयरसेकियाबड़ाघोटाला जो सीधा आईआरसीटीसी के बुकिंग सिस्टम में सेंध लगाता था.इस मामले में सीबीआई ने दिल्ली, मुंबई और जौनपुर समेत 14 स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की. इस सीबीआई टीम ने 89.42 लाख की नकदी, 61.29 लाख के गहने, 2 सोने की ईंटे और 15 लैपटॉप जब्त किए हैं. आरोपी अजय गर्ग बिटकॉइन और हवाला नेटवर्क के जरिए रकम हासिल करता था. आरोपी ने यह अवैध सॉफ्टवेयर उसी वक्त बनाया था, जब उसकी तैनाती आईआरसीटीसी में थी. इस सॉफ्टवेयर के जरिए वह उपयोगकर्ताओं के लिए एक बार में 800 से 1000 हजार टिकट बुक कर सकता है.इस काम के लिए प्रॉक्सी और विदेशी सरवर का इस्तेमाल करता था. दूसरा आरोपी अनिल गुप्ता बिटकॉइन, हवाला नेटवर्क और नकदी के तौर पर अजय गर्ग को रकम देता था. सीबीआई के मुताबिक मुंबई और जौनपुर में अनिल गुप्ता के दो-दो घर हैं.